Nojoto: Largest Storytelling Platform

बदल लो ख़ुद को या वक़्त बदलना सीखो, मजबूरियों को कोस

बदल लो ख़ुद को या वक़्त बदलना सीखो,
मजबूरियों को कोसों मत हर हाल में चलना सीखो
मंजिल कितनी भी ऊँची हो रास्ते हमेशा पैरो के नीचे होते है, हर रोज आईने के सामने खड़े होकर खुद से बोलो जो भी होगा देख लेंगे ज़िन्दगी की हर जंग को जीत लेंगे.
बदल लो ख़ुद को या वक़्त बदलना सीखो,
मजबूरियों को कोसों मत हर हाल में चलना सीखो!!🏃🚶🧎

©drop_out
  Badal lo khud ko
nimitapatel8207

nimi_ta

New Creator

Badal lo khud ko #Quotes

67 Views