🔱 सांसों की डोरी छूटती जा रही है किस्मत भी हमे दर्द देती जा रही हैं। थाम लो हाथ महादेव, ज़िंदगी मेरी रोज़ उलझती जा रही हैं। 🙏🔱🕉️ ©Komal Choudhary मेरे महाकाल 🙏🔱🕉️