देश की आन की खातिर अपने लहू का कतरा तक बहा जाएंगे, जब आवाज़ लगाएगी मातृभूमि छोड़कर घर बार चले आएंगे। डाली जो बुरी नजर हमारे वतन पर तो हश्र बुरा कर जाएंगे, जब आवाज़ लगाएगी मातृभूमि छोड़कर घर बार चले आएंगे। देशभक्ति की ज्वालाएं धधक रही हर सीने में, चीर सीना दिखलाएंगे, जब आवाज़ लगाएगी मातृभूमि छोड़कर घर बार चले आएंगे। प्रतियोगिता क्रमांक:- 14 👉पोस्ट को हाई लाइट करना ना भूले 👉कृपया पिन पोस्ट जरूर पढ़े 👉कृपया कॉलब करने के बाद ऑप्शन बंद कर दे 👉6 पंक्तियों में रचना लिखे 👉हैशटैग #apki_lekhani #apk_lekhani #देशकीखातिर बरकरार रखे 👉समय सीमा आज रात 10 बजे तक 👉मात्र त्रुटियों का ध्यान रखे