काश मैं भी एक चिड़िया होती छोटी होती पर किसी से ना डरती, खुले आसमान को देख कर मैं पंख फैला कर दुनिया मे उड़ती। झीलों से नदियों से और तालाबों से कहती मैं आजाद हूँ इस दुनिया के बंधन से, ना डरती हूँ इस दुनिया से ना इन लोगों से लेकर एक लम्बी साँस इस जहान में उड़ती। innocent boy