#pk चांदनी भी जिसके आगे फीकी पड़ जाती है, पूर्णिमा की निशा भी जो पहले ही ढल जाती है, बड़ी ही मुद्दत से खिली है कलि, जिसकी महक आँगन तक महकती है, फिर वो अंजान है उसकी इस हरकत से, और पूछते है ये खुशबू कहाँ से आती है। #pk #चन्द्नी nitesh kumar Sukha Picshoot voice of the soul Shayar Ayushi bansal Lakshmi singh Dilwala™️ Kavi Yogi ♥️