"मैंने इजाडोरा को तो नहीं देखा है लेकिन नृत्य करते हुए जब भी तुम्हें देखता हूँ ऐसा लगता है जैसे इजाडोरा की परछाई मेरे सामने हो ।" ये इजाडोरा कौन थी..? तुम्हें पता है? उसके थिरकते कदम रुक चुके थे। पता है तभी तो बोला.. घर जाकर Google कर लेना। तुम्हीं बता दो न,कुछ बातें बिना Google के भी कर लिया करो । कभी-कभी तो ऐसा लगता है जैसे Google नहीं मेरी कोई सौतन खड़ी है। इतनी झिड़कती क्यों हो..? तुम्हें पता है गुस्से में तुम टमाटर जैसी लगती हो। हाँ बस बातें बनवा लो ज़नाब से,जो पूछा उसका जवाब नहीं देंगे।अच्छा ठीक है अभी निकलते हैं। कल मिलते है 11:30 बजे Library के बाहर। ©YASHVARDHAN #इजाडोरा 💞