तेरे नाम की मेहंदी लगा कर सदा सुहागन का रूप बनाकर कंधे पर सज के मैं तेरे मुक्त होना चाहती हूं दुनियां की जंजीर से डोली में बैठ आयी थी तेरे घर बनाया मिल कर था घर को स्वर्ग फ़र्ज़ निभाकर अपने सारे विदा होना चाहती हूं उसी घर की दहलीज से मत उदास होना मेरे जाने के बाद सब संभाल लेना मेरे जाने के बाद जब भी याद करोगे मुझे नज़र आ जाऊंगी तभी उसी तस्वीर से मुक्त होना चाहती हूं दुनियां की जंजीर से #मेरी_चाहत #FormyHumsafar#mnkibaat