की अब तुम्हे मैं भूल रहा हु, अब तुम वापस आना मत ये गलत नही की अब तुम्हारी याद आती नही। हा लेकिन सुबह शाम आती नही अब मेरे पास कागज है कलम है और तुम्हारी याद में शायरी है दिल मे बुझ गई है चिंगारी तुम वापस आकर उसे सुलगाना मत अब तुम वापस आना मत.... ki ab main tumhe bhul gaya hu