मतलबी दोस्त हैं वो मतलबी दोस्त मेरा, मतलब के लिए मेरे साथ चलता है लग ना ठोकर मुझे ज़माने की नापाक चाल से इसलिए मुझसे पहले वो कदम रखता हैं मेरे रास्ते के हर फूल से वो काँटे चुन चुन निकलता हैं निकले ना खून का एक कतरा भी मेरे ज़िस्म से इसलिए सारे तीर वो अपने सीने पे खाता हैं अपने हिस्से की भूख भी मुझपे वार देता हैं लग जाए ना इल्ज़ाम मुझपे कही मेरे गुनाह भी अपने सर लेता हैं मेरी हर इक्छा पूरी करने के लिए किसी भी हद से गुज़र जाता हैं जो पूछा मैंने क्यों करता है इतना प्यार मुझसे कहता प्यार नही ,मतलबी दोस्ती हैं मेरी तू यार नही मेरा,,तुझमे मुझे अपना रब दिखता हैं #Relationship#Friends#Meanfriend#December#Day27