कोई था अपना सा कभी हक़ जताया मैंने अपना ज़िन्दगी गुजारना चाहा बना अपना जो कभी था मेरा क़रीब वो दिल का निकला गरीब वो था ही नहीं मेरा नसीब ♥️ Challenge-765 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।