Nojoto: Largest Storytelling Platform

चौथा स्वरूप: मां कूष्मांडा नवरात्रि के चौथा दिन म

चौथा स्वरूप: मां कूष्मांडा

नवरात्रि के चौथा दिन मां कूष्मांडा की पूजा की जाती है। मां कूष्मांडा को सौरमंडल की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है।  माना जाता है कि मां कूष्मांडा ने ही पिंड से लेकर ब्रह्मांड तक का सृजन किया था। शास्त्रों में मां कूष्मांडा को अष्टभुजा देवी के नाम से भी संबोधित किया गया है। इनके हाथों में धनुष, बाण, चक्र, गदा, अमृत कलश, कमल और कमंडल सुशोभित है।आठवें हाथ में वे सभी सिद्धियों और निधियों को देने वाली जप माला धारण करती हैं। माता कूष्मांडा शेर की सवारी करती हैं।

©Music club
  #navratri #makushmanda #chsuthasvaroop