हमें क्या अपने हाथ साफ हों, दुनिया की दाग हों हमें क्या, दाग अच्छे होते हैं! विधि, व्यवस्था ज्ञात हो, प्रशासन की जात हो हमें क्या, अमुक जात का जज्बात हो आरक्षण की बात हो, सुप्रीम कोर्ट की खटास हो हमें क्या, जातिवादी ढांचे का विकास हो सौ टके की बात हो, बिन मौसम बरसात हो हमें क्या, कभी हवेली में आना खास हो भ्रष्टाचार प्रयास हो, अनुशासन का ह्रास हो हमें क्या, सदाचार का उपवास हो थोड़ा हल्का रहने का दौर हो, दिखावा पुरजोर हो हमें क्या, टिक-टॉक हर ओर हो डेटा हाई-फाई हो, लाइक्स की मुंहदिखाई हो हमें क्या, खरीदने और बेचने की सगाई हो वाहन की होड़ हो,पेट्रोल मुंहजोर हो हमें क्या, लफंगों की गठजोड़ हो क्रेडिट कार्ड का शाख हो, होम डिलेवरी विश्वास हो हमें क्या, प्लास्टिक युग की आश हो सुविधा का ऐप हो, ई कॉमर्स का टैग हो हमें क्या, जकरबर्ग भारत का फैब हो! दाग अच्छे होते हैं! सुप्रभात। अक्सर हम यह कह कर काम चलाने की कोशिश करते हैं कि हमें क्या! किंतु यह दृष्टिकोण उस अवस्था को बदल नहीं पाता। समस्या तो वैसी की वैसी ही बनी रहती है। #हमेंक्या #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #musings #miscellaneous