फुर्सत मिले कभी तो, आ जाना एक बार तुम देख लेना जरा कैसे जी रहे है तंहा अकेले तुम्हारे बिन जी वक्त चाहे बदल गया हो पर मेरा समय तो रुका वही ही जी जहाँ थे सिर्फ हम दोनो न था दूर दूर तक तीसरा कोई भी जी फुर्सत मिले कभी तो बता जाना ये बस तुम मुझे तो जी आखिर क्या थी मजबूरी तेरी ऐसी भी जो बिना बोले कुछ बताए बिन ही छोड़ गए मुझे तंहा अकेला जी #फुर्सत मिले कभी तो