कुछ पल तनहाई में, बिताने को मिल जाते। वक़्त ही वक़्त होता पास, थोड़ा झूमते थोड़ा नाचते।। इस भाग-दौड़ में, कुछ लम्हे छुट्टियों के बिताते। दूर प्रकृति की गोद में, कुछ अठखेलियां करते, मन को बहलाते।। ना गम ना दर्द होता पास, कुछ पल अपने लिए, हम भी साथ लाते। जीते जिंदगी के सुहाने पल, जीवन के पन्नों में, कुछ नए रंग सजाते।। ©Yogendra Nath #vacation#छुट्टियों के पल