इशारों इशारों में दिल के , जज्बात समझाने चले थे! हम प्यार से उसे प्यार की, बात समझाने चले थे! न समझ सकी , वो नासमझ , मेरे दिल के अरमानो को! ठुकरा कर मेरे प्यार को, अकेला छोड़ गई , वो अपने दीवाने को। लाऊंगा मैं भी वो समय जब, एक दिन उसे भी, मेरी दीवानगी तड़पायेगी। आएगी उसे जब जब याद मेरी, तो आँसुओ से , उसकी आँख भर आएगी। शायर👉नीलेश कुमार सेन✍ #love