गुलज़ार भरा है गुलों के रंग से मेरे होठों पे मुस्कान बिखरी है तेरे संग से। दूरियां तो मीलों की हैं हम दोनों के बीच कहने को, पर दूरियों में भी जो अहसास जिंदा है तेरा, वो तेरे प्यार करने के ढंग से। ख़्वाब में तू इस कदर बस गया है कि अब लगता है , तेरा रंग मिलता है आसमान के रंग से। _pratibha's writting🌾🌾 गुलज़ार भरा है गुलों के रंग से #nojoto