#OpenPoetry रोना भी ज़रूरी है साहिब, वरना, हँसी की कीमत मालूम नही होती, मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा,, रोना भी ज़रूरी है साहिब,वरना, हँसी की कीमत मालूम नही होती,