क्यों गमज़दा यह कैसी हीन एहसास है तू ठहर खुद को देख कभी तू खास है खोल पंख तू उड़ान ले, देख धरती आसमान तुझको रोके कौन कैसे तू रब के पास है बात है हालात है, सब तुझ से जुड़ के ही तू है तो ओझल नहीं, तू एक करीन तराश है खेत है या रेत है, यह दिल तेरा तू खुद ही देख समझ खुदको आज ही, यह ज़िन्दगी एक ताश है #cascadewriters #CWPictorialChase #CWPC1