ये किरणे सुबह की मुझको ऐसे जागती हैं जैसे की ये सार आसमा की हमारा हो जगे बिना मेरे इनका नही और कही आसरा हो ये किरणें है मुझको पास अपने बुलाती करती हैं दुलार मुझको जैसे ये ही मेरी सबसे खास हो मुझको मै भी उठ जाती खुद में समाने को इनको भर के रौशनी खुद में कैसे फिर मैं जगमगाती हूँ देखो भर के मैं इनसे ऊर्जा आपार करती हूँ सबसे ही कितना मैं प्यार इर्स्या, द्वेष से नही मुझको कोई दरकार रोज सवेरे से ही मैं भी बरसाने लग जाती हूँ रौशनी सा ही प्यार चुरा लेती हूँ लोगो के अंदर से उनका अन्धकार कोशिश में लग जाती हूँ हो सबके ही जीवन में रौशनी सा प्यार । किरणो से करती हूँ ऐसा मै प्यार इस तरह उठ कर सवेरे कुछ ऐसे निभाती हूँ मै रौशनी और किरणों से प्यार । ©gudiya #किरणें #प्यार #रौशनी #Nojoto #MessageToTheWorld