उनके एक दीदार की बेसब्री है कितनी,क्या बताएं ? वो आए सामने तो खुद झुकें या नजरें उठाएं ? उनका भी दोष नहीं,मैं भी ना था मशरूफ़ ऐसा, यह तो उसकी मर्जी है,कब कैसे किसको मिलाए ? कुछ कहना मत,बस मिल जाना कहीं किसी मोड़ पे, मेरी तकदीर का तजुर्बा है,ना जाने कब पलट जाए ? तस्वीर मुसलसल देखते रहे तेरी तो यह एहसास हुआ, बुत बन जाएंगे हम तो मुलाकात में,बुत अब क्या हाल बताए ? #yqbaba #yqdidi #hindi #yqhindi #ghazal #ekmulaqat #shayari #kashish