१०० से ज्यादा बरस से जल रही झारखण्ड की कोयला खानो पर कल से लिखेंगे सुक्तिया. रात्रि 9 बजे से. भीतर भीतर वो जले भीतर भीतर में बाहर सारा जग जले हमे देखन देखन रे. #NojotoQuote