अभी कुछ पसंद करते है, कुछ रंग भी बदलते हैं, खुशियों की झोली को खुद ही टटोलते हैं, जिन्दगी खुल के खचॅ करते हैं। मिलके यादों की थाली में, बातों की डाली पर, पतों की आवाज को थोडी हवा देते हैं, जिन्दगी खुल के खचॅ करते हैं। सुप्रभात। ज़िन्दगी खुल के ख़र्च करते हैं, इसको बचा बचा के नहीं रखते हैं... #ज़िन्दगीख़र्चकरतेहैं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #thirdquote