ये अनजान रास्ते तुझको मन्ज़िल से मिलाएंगे। ये अनजान रास्ते तुझको तेरा मुक़ाम दिलाएंगे। शब का घना अंधेरा है तो मशाल पकड़के चल! ये अनजान रास्ते ही तुझको आफ़ताब बनाएंगे। ज़िन्दगी तो बैसे भी एक सफ़र है। और रास्ते में कई सारे मोड़ आएंगे। जोड़ रहे हो तुम जिनको सलीक़े से! वही एक दिन तुझको तोड़ जाएंगे। ख़ुशी से फूले नहीं समाते साथ उनके देखना वही तुझको तन्हा छोड़ जाएंगे। ये अनजान रास्ते और अज़नबी हमसफ़र तेरा उम्र भर साथ निभाएंगे। ये अनजान रास्ते तुझको मन्ज़िल से मिलाएंगे। ये अनजान रास्ते तुझको तेरा मुक़ाम दिलाएंगे। शब का घना अंधेरा है तो मशाल पकड़के चल! ये अनजान रास्ते ही तुझको आफ़ताब बनाएंगे। ज़िन्दगी तो बैसे भी एक सफ़र है। और रास्ते में कई सारे मोड़ आएंगे। जोड़ रहे हो तुम जिनको सलीक़े से!