कैसा है वक़्त ये, इंसान को हरा रहा। प्रद्योगिकी का दौर ये , फिर क्यों पीछे जा रहा।। छोटी सी गलती से , पूरा विश्व थर्रा रहा।। ये संयमता का दौर है, फिर इंसान क्यों झल्ला रहा। अपने अस्तित्व बचाने को, मानवता क्यों मिटा रहा। बदल रहा यह विश्व है, इंसानियत से महफूज है। डर मत ! ए इंसान यह मानवता का नया दौर है।। #coronavirus #lockdown #lockdowndiary #yqbaba #yqquotes #struggle #poetry #patience Pls like and Follow if you like.....Pls 😅☺️ It's fuels me up...