मुझ से जुदा है,पर मेरा अंग है, तू संग नहीं मेरे,फिर भी संग है। तू रूह में बसी है इस कदर मेरे, कि रंगों से परे तू रूहानी रंग है। जन्नत का मालुम नहीं मुझको, तुझसे ही जिंदगी में हर उमंग है। फिक्र से परे,आ जी लें इश्क में, खबर है तुम्हें,दिल मेरा मलंग है। ©Diwan G #Drown #माहर_हिंदीशायर #खबर #मलंग