Nojoto: Largest Storytelling Platform

होंसला अपना बनाये रखें :-इंसान की जिंदगी में एक ऐस

होंसला अपना बनाये रखें :-इंसान की जिंदगी में एक ऐसा मोड़ भी आता है जिस वक्त इंसान (डॉ. श्वेता सिंह) सबसे ज्यादा परेशान होता है। उस वक्त ऊपर वाला हमारी इच्छा जान ने कि कोशिश करते है कि हमारी क्या इच्छा है?क्या करना चाहते है क्या बनना चाहते है? सकारात्मक या नकारात्मक रास्ते में जाने की इच्छा रखते हैं तो हमारे उसी तरह से रास्ते खुलते चले जाते हैं और उसी तरह के हमें लोग मिलते चले जाते हैं। उदाहरण के लिए:-अगर किसी के मन में चोरी करने करने की इच्छा है, वह गलत तरीके से पैसा कमाना चाहता है तो ऊपर वाला उसके उसी हिसाब से रास्ते खोलता है और वैसे ही लोगों से सम्पर्क करवाता है। परमात्मा कभी कुछ नहीं बोलते चुपचाप सब कुछ देख कर सिर्फ तथास्तु ही बोलते हैं। अगर अच्छा कर्म करेंगे तो भी परमात्मा  तथास्तु ही बोलते है। अगर कोई व्यक्ति मेहनत करके और ईमानदारी से अपनी मंजिल तक पहुंचना चाहता है तो उसके भी उसी हिसाब से रास्ते खुलते हैं उसी हिसाब से उसके रास्ते में कठिनाइयां आती चली जाती है। संघर्ष भरा जीवन उसको व्यतीत करना होता है, कठिनाइयों से भरा जीवन, चुनौतियों का सामना करके हमेशा आगे बढ़ना और बिना होंसला और हिम्मत हारे आगे बढ़ना होता है। ऐसे लोगों के साथ हमेशा ऊपर वाले का साथ और हाथ बना रहता है। जब मंजिल मिल जाती है तो अधिकांश लोग अपनी मंजिल को अपनी मेहनत का अपना नाम दे बैठते हैं,  कि यह सब हमारी मेहनत का फल है लेकिन मैं कहती हूं बिल्कुल गलत जो लोग ऐसी विचारधारा रखते हैं यह सारी मेहनत हमारी है अगर आपके रास्ते में ऊपर वाला अगर चुनौतियां ना डालें हमारी झोली में अगर ऐसे लोगों को ना डालें जो हमेशा हमें नीचे गिराने का काम करते हैं तो शायद ही हम अपनी मंजिल तक (डॉ.श्वेता सिंह) कभी पहुंच पाएंगे। सारा श्रेय मैं कहती हूं ऊपर वाले का है जो हमें इतनी कठिनाइयां हमारे रास्ते में आती हैं क्योंकि वह हमें हमारी मंजिल तक पहुंचाने के लिए पहले  तैयार करते हैं, अगर वह हमें तैयार नहीं करेंगे तो हम कभी शायद अपनी मंजिल तक पहुंच भी नहीं पाएंगे। जो परीक्षा ले रहा है बारंबार वह देता भी तो है फिर अपरंपार है। इसीलिए हर हालात में अपनी सोच को सकारात्मक रखें और हमेशा परमात्मा पर विश्वास बनाए रखें उनका हर क्षण क्षण में धन्यवाद देते रहे। अगर परमात्मा पर  विश्वास नहीं होगा और अपने कर्म पर विश्वास नहीं होगा तो हम अपनी मंजिल तक कभी भी पहुंच नहीं पाएंगे। बस हर हालात में अपने आप से हिम्मत कभी मत हारना। अगर आपको ऐसा लगता है कि हमारी ही परीक्षा क्यों लेता है हमें इतनी परेशानियों का सामना क्यों करना पड़ता है, तो ध्यान रखिएगा इसमें भी आपकी ही इच्छा थी। जैसी आपकी इच्छा थी वैसी ही आपकी परीक्षा भी होगी। अगर कठिनाइयां इतनी आ रही है, संघर्ष आपको करना पड़ा रहा है तो इसमें आप ही की इच्छा थी आपका सपना काफी बड़ा है तो परीक्षा भी कठिन और बड़ी होगी इसलिए आपको ऐसी परीक्षा देनी पड़ रही है। बस अपना होंसला हर परिस्थिति में बनाए रखें और अपने चेहरे पर हमेशा मुस्कुराहट जरूर रखिएगा। (डॉ. श्वेता सिंह)                                                                                                                                                        नोट:-महासागर में बहते हुए लकड़ी के दो टुकड़े कभी एक दूसरे से मिल जाते हैं, और कुछ समय तक साथ तैरते रह कर अलग हो जाते हैं। इसी प्रकार इस संसार में बिझड़ना तय है, सुख दुःख का आना तय है। कुछ भी स्थिर नहीं है हर छोटी छोटी बातों से मायूसी चेहरे पर ना लाकर सदा प्रसन्न रहे। प्रसन्नता बहुत से रोगों की प्राकृतिक दवाई है।(डॉ. श्वेता सिंह)

©Dr.Shweta Singh #motivational#inspirational
होंसला अपना बनाये रखें :-इंसान की जिंदगी में एक ऐसा मोड़ भी आता है जिस वक्त इंसान (डॉ. श्वेता सिंह) सबसे ज्यादा परेशान होता है। उस वक्त ऊपर वाला हमारी इच्छा जान ने कि कोशिश करते है कि हमारी क्या इच्छा है?क्या करना चाहते है क्या बनना चाहते है? सकारात्मक या नकारात्मक रास्ते में जाने की इच्छा रखते हैं तो हमारे उसी तरह से रास्ते खुलते चले जाते हैं और उसी तरह के हमें लोग मिलते चले जाते हैं। उदाहरण के लिए:-अगर किसी के मन में चोरी करने करने की इच्छा है, वह गलत तरीके से पैसा कमाना चाहता है तो ऊपर वाला उसके उसी हिसाब से रास्ते खोलता है और वैसे ही लोगों से सम्पर्क करवाता है। परमात्मा कभी कुछ नहीं बोलते चुपचाप सब कुछ देख कर सिर्फ तथास्तु ही बोलते हैं। अगर अच्छा कर्म करेंगे तो भी परमात्मा  तथास्तु ही बोलते है। अगर कोई व्यक्ति मेहनत करके और ईमानदारी से अपनी मंजिल तक पहुंचना चाहता है तो उसके भी उसी हिसाब से रास्ते खुलते हैं उसी हिसाब से उसके रास्ते में कठिनाइयां आती चली जाती है। संघर्ष भरा जीवन उसको व्यतीत करना होता है, कठिनाइयों से भरा जीवन, चुनौतियों का सामना करके हमेशा आगे बढ़ना और बिना होंसला और हिम्मत हारे आगे बढ़ना होता है। ऐसे लोगों के साथ हमेशा ऊपर वाले का साथ और हाथ बना रहता है। जब मंजिल मिल जाती है तो अधिकांश लोग अपनी मंजिल को अपनी मेहनत का अपना नाम दे बैठते हैं,  कि यह सब हमारी मेहनत का फल है लेकिन मैं कहती हूं बिल्कुल गलत जो लोग ऐसी विचारधारा रखते हैं यह सारी मेहनत हमारी है अगर आपके रास्ते में ऊपर वाला अगर चुनौतियां ना डालें हमारी झोली में अगर ऐसे लोगों को ना डालें जो हमेशा हमें नीचे गिराने का काम करते हैं तो शायद ही हम अपनी मंजिल तक (डॉ.श्वेता सिंह) कभी पहुंच पाएंगे। सारा श्रेय मैं कहती हूं ऊपर वाले का है जो हमें इतनी कठिनाइयां हमारे रास्ते में आती हैं क्योंकि वह हमें हमारी मंजिल तक पहुंचाने के लिए पहले  तैयार करते हैं, अगर वह हमें तैयार नहीं करेंगे तो हम कभी शायद अपनी मंजिल तक पहुंच भी नहीं पाएंगे। जो परीक्षा ले रहा है बारंबार वह देता भी तो है फिर अपरंपार है। इसीलिए हर हालात में अपनी सोच को सकारात्मक रखें और हमेशा परमात्मा पर विश्वास बनाए रखें उनका हर क्षण क्षण में धन्यवाद देते रहे। अगर परमात्मा पर  विश्वास नहीं होगा और अपने कर्म पर विश्वास नहीं होगा तो हम अपनी मंजिल तक कभी भी पहुंच नहीं पाएंगे। बस हर हालात में अपने आप से हिम्मत कभी मत हारना। अगर आपको ऐसा लगता है कि हमारी ही परीक्षा क्यों लेता है हमें इतनी परेशानियों का सामना क्यों करना पड़ता है, तो ध्यान रखिएगा इसमें भी आपकी ही इच्छा थी। जैसी आपकी इच्छा थी वैसी ही आपकी परीक्षा भी होगी। अगर कठिनाइयां इतनी आ रही है, संघर्ष आपको करना पड़ा रहा है तो इसमें आप ही की इच्छा थी आपका सपना काफी बड़ा है तो परीक्षा भी कठिन और बड़ी होगी इसलिए आपको ऐसी परीक्षा देनी पड़ रही है। बस अपना होंसला हर परिस्थिति में बनाए रखें और अपने चेहरे पर हमेशा मुस्कुराहट जरूर रखिएगा। (डॉ. श्वेता सिंह)                                                                                                                                                        नोट:-महासागर में बहते हुए लकड़ी के दो टुकड़े कभी एक दूसरे से मिल जाते हैं, और कुछ समय तक साथ तैरते रह कर अलग हो जाते हैं। इसी प्रकार इस संसार में बिझड़ना तय है, सुख दुःख का आना तय है। कुछ भी स्थिर नहीं है हर छोटी छोटी बातों से मायूसी चेहरे पर ना लाकर सदा प्रसन्न रहे। प्रसन्नता बहुत से रोगों की प्राकृतिक दवाई है।(डॉ. श्वेता सिंह)

©Dr.Shweta Singh #motivational#inspirational