#dilkibaat**तल्ख रिश्तों के*समर,कभी*शादाब नहीं रहे,उनसे जब जब भी मिले नाकामयाब ही रहे//१
*कटु*युद्ध*प्रफुल्ल,खुश
अब गैरो से उनको कोई *गुरेज नहीं,हम जब,जब भी मिले,उनकी जुबा पे तल्ख जवाब ही रहे//२
*घृणा,नफरत
खुदाया*मलंग की बस्ती में है*नजूमियो के*फरेब,इनके खुदाई दावों से,कही तो अब *अजाब ही रहे//३
*तपस्या में लीन रहने वाले को मलंग कहते है*खुदाई का दावा करने वाला*झूठ*श्राप #Like#nojotohindi#nojotonews#viral#nojotoenglush#shamawritesBebaak#NojotoWritingPrompt#NojotoStreak