आँखों की नमी जो पढ़ लेता तो अच्छा था किया जो वक्त ने सितम वो भी अच्छा था बड़े मशगूल थे सुनाने मे किस्से हमारे हाथों से फिसल रहा था जो उसे पकड़ लेता तो अच्छा था....... #अंजान..... ©निखिल कुमार अंजान #bicycleride