एक एहसास था अंधेरी रात का जब मैं अकेली इस तरह रोई थी, अपनी सब खुशियों को भूल गम के बादलों में सोई थी, हां कोई नहीं था साथ मेरे मैं खुद में इस तरह टूटी थी, फिर कैसे यकीन करूं मैं किसी का की कोई साथ देगा मेरा , मैं तो यहाँ अपनों के बीच ही अकेले खड़ी थी।। ©anjali sharma #feelings #Sadnessd #Nojoto#poet #Aloney #loneliness #deepness #FeelThePain