वो मेरे अश्क़ भी नहीं पोंछते वो मेरा ज्यादा नहीं सोंचते उन्हें तन्हाई से वास्ता नहीं है होता तो यूँ तन्हा नहीं छोड़ते वो अब मेरे पास नहीं आते मेरे घावों पर मलहम नहीं लगाते उन्हें दर्द से वास्ता नहीं हैं होता तो नया ज़ख्म नहीं दे जाते अब वो मुझे नहीं खोजते बंद हैं गली के चक्कर रोज के उन्हें दूरियों से वास्ता नहीं हैं होता तो वो यूँ तलाश नहीं छोड़ते #ravikirtikikalamse #ravikirti_shayari #ravikirti_poetry #vasta #yqdidi #restzone