संभल के निकलो घर से जमाना खराब है।।। छुप के बैठो घर में बाहर मिलते अनजान है।। थोडा सम्भाल के मिलाना नजर घर के बाहर घूमते शैतान है।। बेटी हो मरियादा न तोड़ो खानदान के नाक का सवाल है।। बेटा हो तुम आज़ादी तुम्हारे नाम है।।। आखिर कब तक ????एक सवाल परिवार के नाम ।।। #Home#aakhir_kb_tk_izzat_ham_bachay_#aakhir_kb_tk_swal_hampe_hi_uthay#beti_ho_gudiya_nhi#izzat_krti_ho_dar_nhi#glt_ho_maan_jawo_abla_ham_nhi