" अगर इश्क़-एे-रूह पाक हो तो महबूब का दीदार-ही-दीदार एे खुदा होता है, वरना लाख सजदे कर लो मंदिर-मस्जिदों में अगर दिल साफ ना हो तो वो हर जगह से गुमशुदा होता है "