शहर जले गाँव जले चाहे जले बस्तियाँ बच्चे चाहे अनाथ हो, विधवा हो चाहे नारियाँं तबाही से रिश्ता है इतना गहरा सियासत का, देश जल के राख हो जाए मुस्कुराती हैं कुर्सियां... ✍ माही M.G #maahi_ki_kalam #save_delhi 🙏🙏