White सूरह अल-कौसर (सूरह 108) – हिंदी अनुवाद بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम (शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम करने वाला है) إِنَّا أَعْطَيْنَاكَ الْكَوْثَرَ ١ इन्ना आतैनाका अल-कौसर। निश्चित रूप से, हमने आपको कौसर (अत्यधिक भलाई) प्रदान की। فَصَلِّ لِرَبِّكَ وَانْحَرْ ٢ फसल्लि लिरब्बिका वनहर। तो, अपने रब के लिए नमाज पढ़ो और क़ुर्बानी करो। إِنَّ شَانِئَكَ هُوَ الْأَبْتَرُ ٣ इन्न शानिअका हुवल अबतर। निश्चित रूप से, आपका दुश्मन ही निष्फल रहेगा (नष्ट हो जाएगा)। सूरह अल-कौसर का महत्व: यह कुरआन की सबसे छोटी सूरह है। इसमें अल्लाह ने पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) को ‘कौसर’ नामक विशेष आशीर्वाद दिया। इस सूरह में नमाज और कुर्बानी की अहमियत बताई गई है। यह दर्शाती है कि जो लोग अल्लाह के रसूल (स.अ.व) का अपमान करते हैं, वे ही नाश होंगे। अगर आपको और जानकारी चाहिए, तो बताइए! ©MO ShAmsu #Thinking quran Urdu translation sh दोस्ती शायरी