●●●●●●●●● मैं रोज कुछ सपने बुन कर ख्व़ाबो के महल सजा कर, तुझे तुझ से चुराने की कोशिश करता हूँ ... कभी गीत, कभी गज़ल, कभी कोई नगमा सुना कर तुझे खुद में महसूस करता हूँ ... तू मेरी आंखों से ओझल बेशक होजा मैं हर घड़ी, हर पहर, हर वक्त महसूस तुझे करता हूँ .... रंग बिरंगे सपने मेरे... #सपनेमेरे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi