क्यूँ ना करू खुद पर नाज़, मेरे बाबा की शहज़ादी हूँ मैं वो और उनकी मुहब्बत, इस जहान से मुख्तलिफ़ हैं। इकलौते शख्स हैं वो जो बेमतलब चाहते हैं मुझे। नहीं है उन लोगों का खौफ, जो हर लम्हा गिराने की चाह रखते हैं, क्यूकी यकीन है, हर हाल में संभालने के लिए बाबा खड़े है पीछे। नहीं घबराता ये दिल सच बोलने से, क्यूकी मेरे बाबा हकीकतप्रेमी हैं, नहीं लड़खड़ाते मेरे कदम किसी भी राह पर, क्यूकी उनका भरोसा मेरे साथ है। नहीं झुकती ये आँखें बुराई के आगे, क्यूकी मेरे बाबा मेरी ढाल हैं, नहीं है किसी और से राब्ता, क्यूकी मेरे बाबा मेरी पहचान हैं। बेशक खुली आँखों से सपने देखने का दम रखती हूँ मैं, क्यूकी खुदा के रूप में मेरे बाबा मेरे साथ हैं। - Happy Father's Day #FathersDay#SpecialLove#lifeline#Nojoto#Poetry