कोई संग अपने, खुशी लिए घुमता है तो कोई दर्द मे डूबा फ़िरता है हम तो बेफ़िक्र परिन्दे है , साहब ! बस खुद से एक आस लिए फ़िरते है । By:-akshita jangid (poetess) #morning#thought #बेफ़िक्र#परिन्दे #nojoto #nojotohindi #poetry