इश्क़ में न जाने उसके कितने काफ़िये और न जाने कितनी रदीफ़ लगाएं हैं, "हिमांश" इधर ये इश्क़ है कि अब तक फ़तवे पर फ़तवे ही पढ़े जा रहा है॥ ©Himanshu Tomar #इश्क़ #फ़तवे #फ़तवा #काफ़िये #रदीफ़ #वो