मोहब्बत बढ़ती ही गयी उसके साथ ख़ुश रहना उसके ही बारे में सोचते रहना उसके ही सपने उसके ही ख़याल उसकी ही फ़िक्र खुद को तो भूल ही गए उसके प्यार में दुनिया भुलाये बैठे प्यार का ख़ुमार ही ऐसा हुआ पहला पहला प्यार था न इसलिए समझ ही नही आ रहा था क्या हो रहा है कुछ भी हो खुशियों के तो जैसे पर लगे हुए थे.... Sadhna Som.... story..part...18