जिंदगी को मानो अगर बोझ तो बोझ है इस किताब को ठीक से पढ़ो तो खुशियां हर रोज हैं | बोझ तब नजर आती जब खुद की तुलना करते हैं खुशियां तब हैं जब दुःख में रास्ते खोजते हैं | दोस्तों न जाने इसका अंत कब हो जाये ये खबर भी नहीं इसलिए मुस्कुरा कर खुशियां समझो इसे, बोझ नहीं || Guru GYAN ©Gyan Prakash Guru GYAN