फ़िक्र तो तेरी आज भी करते है हम, जिक्र करो या न करो तुम, पर इंतज़ार तुम्हारा आज भी करते है हम, क्योंकि हमारा नायाब हिस्सा हो तुम, क्या हुआ जो किस्मत मे नहीं हो मेरी, पर मेरी कहानी का एक हसीन किस्सा हो तुम। जितना मिलना था नसीब में उतना मिल गये, पर हाँ तुमसे जन्नत मे मिलने की दुआ हर बार करते हैं हम। #fiqr