ये कैसी गुफ्तगू तेरे मेरे दरमियां हो रही है, की कुछ पल और मिल जाएं संग, ऐसी जुस्तजू हो रही है। रुक जाएं ये समां, थम जाएं हमारे दो दिल जवां, की तू मेरा हो जाए और मैं तेरी, ऐसी तमन्ना हो रही है। गुफ्तगू - वार्तालाप, बातचीत प्रतियोगिता - 37 *पोस्ट को हाईलाइट करना ना भूलें। #vkpoetry #collabwithvkpoetry