डांवाडोल सी ज़िंदगानी है बहर हाल यही परेशानी है मेरे किस्सों में मुहब्बत है और हालात पे हैरानी है ग़ुलाबों सा मिट जाना है खुशबुएँ बिख़र जानी हैं मैं,रिश्ते टूटने से डरता हूँ मेरी फ़ितरत भी इंसानी है मुहब्बत की सब झुंझलाहटें मुझे,खुद पे आजमानी हैं। मैं अंदर तक हूँ बुझा बुझा और आग फिर से जलानी है ©Madhav Awana #shayari #madhavawana #hindipoetry #motivational #ishq #nojototoforyou #steps