पलट कर देख लेते, किसी के हस्र को, तरसते थे कभी जिस हुस्न को, पलट कर देख लेते, किसी के जश्न को, बरसते थे कभी इस स्वप्न को, पलट कर सुन तो लेते, किसी के अर्ज को, समझते थे जिसे, उस फर्ज को. #पलटकर