Nojoto: Largest Storytelling Platform

ना जाने कब से जीना छोड़ चुके थे हम उनको देखा तो ज

ना जाने कब से जीना छोड़ चुके थे हम 
उनको देखा तो जीने की ललक मन में जगी 
हमने तो प्यार पाने की उम्मीद छोड़ ही दी थी 
एक नज़र में ही हमें उनसे मोहब्बत हो गई  उसका हुस्न देख आँखें मेरी मुझसे यूँ झगड़ती रही 
धड़कने दिल की बेतहाशा  इस क़दर बिगड़ती रही 
बे-वफ़ाओं से कभी ना सिखा हमनें तो सबक़ यारों 
कमबख़्त इश्क़ की परवान हर घड़ी बस चढ़ती रही 

© Pradeep Agarwal (अंजान)
ना जाने कब से जीना छोड़ चुके थे हम 
उनको देखा तो जीने की ललक मन में जगी 
हमने तो प्यार पाने की उम्मीद छोड़ ही दी थी 
एक नज़र में ही हमें उनसे मोहब्बत हो गई  उसका हुस्न देख आँखें मेरी मुझसे यूँ झगड़ती रही 
धड़कने दिल की बेतहाशा  इस क़दर बिगड़ती रही 
बे-वफ़ाओं से कभी ना सिखा हमनें तो सबक़ यारों 
कमबख़्त इश्क़ की परवान हर घड़ी बस चढ़ती रही 

© Pradeep Agarwal (अंजान)
poonamsuyal2290

Poonam Suyal

Bronze Star
Growing Creator

उसका हुस्न देख आँखें मेरी मुझसे यूँ झगड़ती रही धड़कने दिल की बेतहाशा इस क़दर बिगड़ती रही बे-वफ़ाओं से कभी ना सिखा हमनें तो सबक़ यारों कमबख़्त इश्क़ की परवान हर घड़ी बस चढ़ती रही © Pradeep Agarwal (अंजान) #yqrestzone #collabwithrestzone #yqrz #rzलेखकसमूह #rzwriteshindi #प्रदीप_अग्रवाल_अंजान #rztask190