हर चेहरे पर कितने नक़ाब हैं यहां, दिल में रंज जुबां पे आदाब है यहां, दाग़ लगे हैं बेशक कितने उसपर, पर वहीं सबके दिलों का मेहताब है यहां, जिनको नहीं है सलीका बातों का भी, वो ख़ुद को कहते तहज़ीबों के किताब है यहां, और जो खेल जाते हैं कई दिलों से, उन्हीं को दिल जीतने का खिताब है यहां, तुम लिखते हो हकीक़त पर 'लुकेश' , पर देखो बस झूठों का रुआब है यहां। ©Lukesh Sahu #nojohindi #NojotoWriter #nojotoshayari #nojotoshayar #नक़ाब #आदाब बहुत दिनों बाद कुछ लिखने की कोशिश आपकी प्रतिक्रिया की अभिलाषा में।