*📝“सुविचार"*📝 🖊️*“19/8/2021”*🖋️ ✨*“गुरुवार”*⭐ एक “अकेली बूंद” केवल “बूंद” कहलाती है “अन्य बूंदो” से मिल जाए तो “सागर” कहलाती है, एक “अकेला पत्र” पत्र कहलाता है और अन्य “पत्रों” से मिल जाए तो “ग्रंथ” बन जाता है, एक “अकेला धागा” अन्य धागों से मिल जाए तो “वस्त्र” बन जाता है, कई सारी “ईटे” एक साथ जुड़कर “महल” बना सकती है, “सैनिक” यदि एक साथ आए तो “सैना” बन जाती है, ये है “शक्ति संगठन” की,ये है शक्ति “एकता” की, कोई “वनस्पति” हो,कोई “व्यक्ति” हो कोई “भाव” हो यदि “अकेला” होगा तो “क्षीण” पड़ जाएगा, और यदि “संगठन” में होगा तो “शक्ति” भी बढ़ेगी और आगे भी आपको ले जाएगा, तो इस “एकता में विश्वास” रखिए,... _*अतुल शर्मा🖋️📝*_ ©Atul Sharma _*📝“सुविचार"*📝_ _🖊️*“19/8/2021”*🖋️_ 📘 _*“गुरुवार”*_📙 _#“बूंद”_ _#“सागर”_