*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“24/5/2021”*📚 ✨*“सोमवार”*🌟 इस जीवन में “मानवता” जो सबसे आगे जाना तो जाती है तो यदि “राह” में कोई “ठोकर” खाकर “गिरा” तो उसे संभालना भी जानती है, लेकिन सब “मानवता का प्रदर्शन” नहीं करते है, इसलिए जीवन में सदैव याद रखिए आपका सबसे बड़ा “परिचय” आपका “नाम”, आपकी “संपत्ति” या आपका “धर्म” भी नहीं है आपका सबसे बड़ा “परिचय” है आपकी “मानवता”(इंसानियत), तो समय-समय पर इस “मानवता” का परिचय अवश्य दिया कीजिए “दूसरे मनुष्य” की “सहायता” कीजिए अन्य किसी “जीवों की सहायता” कीजिए, अपने आप चरना ये तो “जीवों” की “प्रवृत्ति” है, “मनुष्य” जो “दूसरों” के लिए मरता है और मनुष्य वो हो जो दूसरों को “मरने से बचाता” है, तो इस “मानवता” को जगाइए और इस “जीवन को जीना” आरंभ कीजिए, *“अतुल शर्मा 🖋️📝* *✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“24/5/2021”*📚 ✨ *“सोमवार”*🌟 #“मानवता” #“ठोकर”