वो आजाद होना चाहता था मैंने उसे आजाद कर दिया कब तक उसे अपनी मोहब्बत के पिंजड़े में जकड़ कर रखता वो कोई पंछी नहीं था ना ही कोई परिंदा खाली हवा में उड़ना चाहता था उड़ गया..... ©Himanshu Gupta