दिल की बाज़ी सभी लगाते है, गर हमने जो लगाई, तो एतराज़ हजारों करते है, जाने ये कौनसा हक जताते हैं । जाओ हुजूर कुरबान किया, दिल भी और धड़कन भी, तुम जो न कर सके तो क्या, हमने तो रिश्ते का मान किया । कभी तुझे एहसास हो तो समझना, जो घायल हूँ मै अब तक, मरहम की ख्वाईश भी नहीं है अब, काम अधूरा किया, दफ़न भी था करना । #yqbaba #yqdidihindi #yqdiary #yqdidi #yqhindi #yqpoetry #yqthoughts_society #yqlove